पिता शाम ने बताई विक्की कौशल की स्ट्रगल स्टोरी: बोले- दिनभर काम ढूंढता था, बिना ऑडिशन के रिजेक्शन मिलते थे; 4-5 साल बाद पहला मौका मिला
8 घंटे पहले
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विक्की कौशल आज इंडस्ट्री के जाने-माने एक्टर हैं। उन्होंने मसान, सैम बहादुर जैसी फिल्मों से अपनी एक अलग पहचान बनाई। हाल ही में एक्टर के पिता और स्टंट डायरेक्टर शाम कौशल ने विक्की कौशल के स्ट्रगल के दिनों के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि विक्की को ऑडिशन में कई बार रिजेक्ट किया गया और उन्हें शर्मिंदा भी होना पड़ा।
फ्राइडे टॉकीज से बातचीत के दौरान शाम कौशल ने कहा, ‘मैंने हमेशा अपने दोनों बेटों को पढ़ाई पर ध्यान देने की सलाह दी और उन्हें आम स्कूलों में भेजा, क्योंकि मुझे लगता था कि इससे उनके अंदर अनुशासन और मेहनत करने की लगन जगेगी। लेकिन जब दोनों ने फिल्म इंडस्ट्री में जाने का फैसला किया, तो मुझे यह थोड़ी हैरानी वाली बात लगी।’
एक्टर के पिता ने कहा, ‘मैं दोनों को मना नहीं कर सकता था, क्योंकि मैं भी उसी इंडस्ट्री से कमा रहा था। मैंने सोचा था कि लोग मेरे सम्मान में दोनों को चाय पिला देंगे, लेकिन कोई भी उनके साथ फिल्म में करोड़ों रुपये नहीं लगाएगा। फिर भी, क्योंकि मैं भी एक गांव से आया हूं और कड़ी मेहनत की है। मुझे विश्वास था कि अगर वे मेहनत करेंगे और ईमानदारी से काम करेंगे, तो उन्हें कभी नकारा नहीं जाएगा।’
शाम कौशल ने कहा, ‘एक एक्शन डायरेक्टर के तौर पर मैंने कभी किसी से उन्हें काम देने के लिए नहीं कहा। कभी-कभी लोग विक्की का ऑडिशन लेने से मना कर देते थे और कहते थे विक्की का क्या ऑडिशन लेना? लेकिन मैंने हमेशा अपने बेटों को यह सिखाया कि जो भी अपमान वे झेलते हैं। उसे अपनी ताकत बनाएं, क्योंकि अगर आप अपमान नहीं सहेंगे, तो असल में आप आगे नहीं बढ़ सकते।’
विक्की कौशल के पिता ने आगे बताया, ‘विक्की को करियर की शुरुआत में काफी रिजेक्शन का सामना करना पड़ा था। इतना ही नहीं जो रोल उसे मिल रहे थे, वह भी छोटे-मोटे ही थे। लोग उससे कहते थे कि यह मत करना। जब उसने मुझे इन सब के बारे में बात की तो मैंने हमेशा एक ही बात समझाई कि जो भी काम मिले, उसे छोड़ना नहीं चाहिए। मैंने उससे कहा कि अपने दिल की सुनो। हालांकि, लगभग 4-5 सालों तक मेहनत करने के बाद विक्की को पहला बड़ा मौका मिला था।
विक्की कौशल ने साल 2015 में नीरज घेवान के निर्देशन में बनी फिल्म मसान से बॉलीवुड डेब्यू किया था। फिल्म में पहले राजकुमार राव को कास्ट किया गया था हालांकि उनके मना करने पर फिल्म विक्की को मिल गई। विक्की और फिल्म निर्देशक नीरज दोनों ही गैंग्स ऑफ वासेपुर में असिस्टेंट डायरेक्टर थे जहां उनकी दोस्ती हुई थी।