फ्लैट में गांजे की खेती: लाइट की रोशनी उगता था ‘माल’, एक पौधे पर खर्चा सात हजार, कमाई होती 12 लाख रुपये
फ्लैट में गांजे की खेती
– फोटो : अमर उजाला
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बीटा-2 कोतवाली, इकोटेक-1 कोतवाली पुलिस ने नारकोटिक्स टीम के साथ ऑपरेशन प्रहार के तहत संयुक्त अभियान में मंगलवार को किराये के फ्लैट में अवैध गांजे की खेती करने वाले आरोपी को लोकल इंटेलिजेंस व बीट पुलिसिंग की सहायता से पी-3 गोलचक्कर के पास से गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान राहुल चौधरी निवासी ग्राम धंजू थाना दौराला, मेरठ के रूप में हुई है। आरोपी वर्तमान में मकान नंबर-1001 टावर नंबर-5 पार्श्वनाथ पनोरमा, निकट पी-3, गोल चक्कर में रह रहा था।
आरोपी की निशानदेही पर उसके पार्श्वनाथ पनोरमा सोसाइटी के फ्लैट से गमलों में लगे कैनाबिस के पौधे, 2.070 ग्राम अवैध गांजा, 163.4 ग्राम कब्जे से ओशियन गांजा (ओजी) यानी प्रीमियम गांजा, विभिन्न रसायन, खेती करने में प्रयुक्त खाद, बीज व उपकरण बरामद किए हैं। आरोपी के खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट की धाराओं में बीटा-2 कोतवाली में केस दर्ज करने के बाद में पेश किया जहां से उसे जेल भेजा गया है।
डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां खान ने बताया कि आरोपी ने इंटरनेट एवं सोशल मीडिया के माध्यम से कैनाबिस के पौधों की खेती करनी सीखी थी। फिर विदेशी वेबसाइट सीड्समैन के माध्यम से ऑनलाइन ऑर्डर कर कैनाबिस के बीज को आयात किया गया और पे-पल एप के माध्यम से पैसों का भुगतान किया। कैनाबिस का बीज मिलने के बाद आरोपी ने अपने फ्लैट पार्श्वनाथ पनोरमा सोसाइटी के फ्लैट में एयर कंडीशनर (एसी) की मदद से एक निश्चित तापमान पर फुल स्पेक्ट्रम प्लांट ग्रोइंग लाइट की सहायता से कैनाबिस के बीजों को गमलों में प्रत्यारोपित कर कैनाबिस की फसल तैयार की।