दूल्हे की ट्रेन छूटी, तो रेलवे ने तैयार कर दिया स्पेशल कॉरिडोर, फिर…


हावड़ा रेलवे स्टेशन पर एक ऐसा वाकया हुआ जिसने रेलवे की तत्परता और यात्रियों के प्रति उनकी संवेदनशीलता को उजागर किया. मुंबई से गुवाहाटी जा रहे एक दूल्हे और उनके परिजनों को एक अप्रत्याशित समस्या का सामना करना पड़ा. लेकिन रेलवे अधिकारियों की सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई से समस्या का हल निकल सका.

हावड़ा के पास बढ़ी मुश्किलें
जब ट्रेन हावड़ा से करीब 15 किलोमीटर पहले थी, दूल्हे के मुखिया चंद्रशेखर बाघ को एहसास हुआ कि समय पर शादी समारोह में पहुंच पाना कठिन हो सकता है. प्लेटफॉर्म बदलने की चुनौती बुजुर्गों और बच्चों के साथ यात्रा कर रहे परिजनों के लिए बड़ी समस्या बन गई. दूल्हे के परिवार को लगा कि शादी में शामिल होना शायद अब संभव नहीं होगा.

रेलवे अधिकारियों से मांगी मदद
स्थिति गंभीर देखते हुए चंद्रशेखर बाघ ने हावड़ा के मंडल रेल प्रबंधक और वरिष्ठ डीसीएम से तुरंत संपर्क किया. उन्होंने अपनी समस्या समझाते हुए मदद की गुहार लगाई. रेलवे अधिकारियों ने तत्परता दिखाते हुए हावड़ा स्टेशन पर तैनात कर्मचारियों को विशेष इंतजाम करने का निर्देश दिया.

विशेष कॉरिडोर से सुलझाई समस्या
जैसे ही गीतांजलि एक्सप्रेस हावड़ा स्टेशन पहुंची, रेलवे कर्मचारियों ने एक विशेष कॉरिडोर तैयार किया. दूल्हे और उनके परिजनों को प्लेटफॉर्म नंबर 21 न्यू कॉम्प्लेक्स से प्लेटफॉर्म नंबर 9 ओल्ड कॉम्प्लेक्स तक पहुंचाने के लिए चार बैटरी चालित कारें और व्हीलचेयर का इंतजाम किया गया. कर्मचारियों ने दूल्हे के परिवार को जल्द से जल्द दूसरी ट्रेन तक पहुंचाने में हर संभव मदद की.

12 से अधिक कर्मचारी लगे सेवा में
रेलवे ने सुनिश्चित किया कि पूरा परिवार बिना किसी देरी के सरायघाट एक्सप्रेस पकड़ सके. इस प्रक्रिया में 12 से अधिक रेलवे कर्मचारी और अधिकारी सक्रिय रूप से जुटे रहे. उनके सामूहिक प्रयासों के कारण दूल्हा और उसका परिवार गुवाहाटी जाने वाली ट्रेन पकड़ने में सफल रहे.

शादी में समय पर पहुंचा दूल्हा
सभी विशेष इंतजाम और रेलवे की मदद से दूल्हे का परिवार शादी समारोह के लिए समय पर गुवाहाटी पहुंच गया. जैसे ही परिवार समारोह स्थल पर पहुंचा, उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. समारोह के बाद दूल्हे के मुखिया चंद्रशेखर बाघ ने ट्विटर पर रेल मंत्री और रेलवे के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को धन्यवाद दिया. उन्होंने लिखा कि रेलवे के संवेदनशील रवैये और तत्परता ने उनकी बड़ी समस्या का समाधान कर दिया. यह घटना न केवल रेलवे की दक्षता को दर्शाती है, बल्कि यात्रियों के प्रति उनकी जिम्मेदारी का भी प्रमाण है.

Tags: Ajab Gajab, Local18, Special Project, West bengal



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