शादी की परंपरा को लेकर बोले जावेद अख्तर: कहा- अगर आप एक-दूसरे को नहीं समझते, तो शादी करना बेकार काम है


20 घंटे पहले

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जावेद अख्तर ने शबाना आजमी के साथ रिश्ते पर हाल ही में खुलकर बात की। इस दौरान उन्होंने शादी को लेकर अपनी राय दी। उन्होंने कहा, मैं शादी-वादी के बारें में ज्यादा नहीं सोचता, मेरी नजरों में शादी इतना मायने नहीं रखती। इस बातचीत में जावेद ने कहा कि रिश्तों में आपसी समझ और एक-दूसरे की इज्जत करना शादी से ज्यादा जरूरी है। उन्होंने कहा पति-पत्नी होने से पहले मैं और शबाना एक दूसरे के अच्छे दोस्त हैं।

शादी-वादी बेकार काम है- जावेद

जावेद अख्तर ने बरखा दत्त की मोजो स्टोरी में बात करते हुए कहा, ‘शादी-वादी तो बेकार काम है। यह सदियों पुरानी एक परंपरा है, शादी एक ऐसा पत्थर है जिसे सदियों से पहाड़ों से लुढ़काया जा रहा है। और जैसे-जैसे यह पहाड़ी से नीचे आ रहा है, इस पर बहुत सारी काई, कचरा और गंदगी जमा हो गई है। दो लोग, एक साथ खुशी से कैसे रह सकते हैं? साथ रहने के लिए पहले आपसी सम्मान, आपसी विचार और एक-दूसरे को स्पेस देना सबसे ज्यादा जरूरी होता है।

जावेद अख्तर और शबाना आजमी

जावेद अख्तर और शबाना आजमी

शादी कोई रॉकेट साइंस नहीं है- जावेद

जावेद ने कहा कि लोगों के लिए यह समझना जरूरी है कि हर कोई, चाहें उनका जीवनसाथी ही क्यों न हो, वह खुद एक व्यक्ति है। और उसकी खुद की पर्सनल लाइफ है, उसकी सोच आपसे अलग भी हो सकती है, उसके कुछ सपने हो सकते है। आगे उन्होंने कहा कि शादी कोई रॉकेट साइंस नहीं है। अगर आप खुश हैं तो शादी बहुत आसान काम है। शादी सिर्फ एक परंपरा है।

पति-पत्नी का टैग देना शादी नहीं- जावेद

इस दौरान जावेद अख्तर ने पति-पत्नी शब्द को लेकर कहा कि शादी का मतलब यह सिर्फ पति-पत्नी का टैग देना नहीं होता है। हमें अपने पार्टनर के साथ एक दोस्त की तरह रहना चाहिए और एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए।

इंडिपेंडेंट महिला को गुलाम नहीं बना सकते’

जावेद अख्तर ने कहा कि इंडिपेंडेंट महिला को गुलाम नहीं बनाया जा सकता। क्योंकि एक इंडिपेंडेंट महिला अपनी सोच, विचार, इच्छाएं, अपने सपने सब साथ लेकर आती हैं। इसलिए वो कभी आपकी गुलाम नहीं होना चाहेगी। ये सब एक पार्टनर को समझना होगा तभी रिश्ते और शादी ठीक तरीके से चल पाएंगे।

जावेद अख्तर अपनी पहली पत्नी हनी ईरानी और बच्चों के साथ

जावेद अख्तर अपनी पहली पत्नी हनी ईरानी और बच्चों के साथ

पहली पत्नी को दिया दुख- जावेद

जावेद अख्तर अक्सर इस बारे में भी बात करते हैं कि शबाना से शादी करने के दौरान उन्होंने अपनी पहली पत्नी हनी ईरानी को बहुत दुख दिया। हाल ही में प्राइम वीडियो पर डॉक्यूमेंट्री सीरीज एंग्री यंग मेन रिलीज हुई। सीरीज जावेद और सलीम खान की जिंदगी पर आधारित है। इसमें उन्होंने कहा, ‘हनी दुनिया में एक ऐसी शख्सियत हैं, जिसके लिए मैं खुद को दोषी महसूस करता हूं। क्योंकि उससे मेरी शादी ठीक से नहीं चल पाने के लिए 60-70 प्रतिशत मैं जिम्मेदारी हूं। उन्होंने कहा, अगर उस समय मुझे आज जितनी समझ होती, तो शायद चीजें इतनी गलत नहीं होतीं।

जावेद अख्तर अपनी पत्नी शबाना और बच्चों के साथ

जावेद अख्तर अपनी पत्नी शबाना और बच्चों के साथ

1985 में की शबाना आजमी से शादी

बता दें, जावेद अख्तर की पहली पत्नी हनी ईरानी हैं। दोनों ने साल 1972 में शादी की थी। जावेद अख्तर और हनी ईरानी के दो बच्चे फरहान अख्तर और जोया अख्तर हैं। जावेद और हनी का साल 1985 में तलाक हो गया था। हालांकि, इससे एक साल पहले 1984 में जावेद अख्तर ने शबाना आजमी से शादी कर ली थी।

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