साल 2024 के 12 माह की समयावधि पूर्ण होने जा रही है और दिसंबर के बाद यह वर्ष समाप्त हो जाएगा। ज्योतिषीय गणनाओं के आधार पर वर्ष 2024 पूर्ण रूप से वर्ष शनि के प्रभाव में रहा। अपनी मूल त्रिकोणराशि कुंभ में 30 साल बाद प्रवेश करने वाले न्याय के देवता शनिदेव अब कुंभ राशि से विदा लेकर अगले वर्ष यानी 2025 मार्च में देवगुरु बृहस्पति की राशि मीन में प्रवेश करेंगे।
जाहिर है वर्ष 2023 से वर्ष 2024 तक शनि के कारण पूरी दुनिया के साथ हर जातक का जीवन प्रभावित रहा। अच्छे और बुरे दोनों ही फल प्राप्त होते रहे। विशेष रूप से कुंभ, मकर, कर्क, वृश्चिक और मीन राशि के जातकों पर शनि की साढ़े साती और ढैया का प्रभाव रहने से यह वर्ष ना केवल उथल-पुथल वाला रहा बल्कि कई बड़े परिवर्तन भी कर गया। राहु-केतु और देवगुुरु बृहस्पति के गोचर का भी प्रभाव वर्ष भर दिखा। इधर राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक बदलावों के बीच यह वर्ष पारिवारिक और निजी जीवन को बदलने वाला रहा। बहरहाल, नवंबर माह बीत रहा है और दिसंबर लगते ही साल के 365 दिनों का यह चक्र अपनी समाप्ति की ओर होगा, ऐसे में ज्योतिषीय गणनाओं के आधार पर स्वाभाविक जिज्ञासा हर आम और खास व्यक्ति के भीतर होती है कि आखिर नया साल जीवन के लिए कैसा होगा?
प्रत्येक वर्ष की तरह इस साल भी अमर उजाला अपने पाठकों के लिए विद्वान ज्योतिषियों द्वारा 12 राशियों के आधार नए साल में होने वाले ग्रह परिवर्तनों और नए साल में ग्रह गोचर के प्रभावों को वार्षिक राशिफल 2025 की श्रृंखला में प्रस्तुत कर रहा है। ज्योतिषी आंनद पराशर द्वारा वर्ष 2025 में जनवरी से लेकर दिसंबर माह तक के भविष्यफल को यहां विस्तार से प्रस्तुत किया जा रहा है। यह राशिफल चंद्र राशिफल पर आधारित है। चंद्र राशि का अर्थ है आपकी पत्रिका या लग्न कुंडली में चंद्रमा जहां विराजित है वही राशि आपकी चंद्र राशि है।
उपरोक्त राशिफल सटीक ज्योतिषीय गणना के आधार पर तैयार किया गया है। हालांकि ज्योतिष एक जटिल और वृहद गणनाओं वाला विषय है, लिहाजा इस राशिफल को पाठक चंद्र राशि के अनुसार ही देखें क्योंकि व्यक्ति विशेष की पत्रिका का भविष्यफल चल रही महादशा, अंतर्दशा और ग्रहों की स्थिति के आधार पर ही दिया जा सकता है। आप सभी को अमर उजाला परिवार की ओर से नववर्ष 2025 की मंगल और शुभकामना-
पढ़ें, वार्षिक राशिफल 2025-