Bihar News : प्रशांत किशोर ने किसको कहा- हल्के में न लें मुझे, बंगाल में उल्टा लटकाया था; सीएम क्यों हैं खामोश
मुजफ्फरपुर में तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में अपने प्रत्याशी के जन समर्थन में पहुंचे जन सुराज के प्रशांत कुमार भारतीय जनता पार्टी पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि मुझे ‘डाटा इकट्ठा करने वाला’ कहने वाले पहले जहां के इंचार्ज बने हैं, उदाहरण देख लें, बंगाल में मैने ही भाजपा को उल्टा लटकाया था। हम हारने वाले में से नहीं हैं। हमारे साथ में जन बल है जो हमेशा ही धन बल पर भारी रहता है। इतना ही नहीं प्रशांत किशोर ने जनता दल यूनाइटेड और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी खूब बोले। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय पर बयान देने वाले लोग यूपी दंगा और वक्फ बोर्ड पर चुप्पी साध लेते हैं।
मैं हारने वालों में से नहीं बल्कि जीतने वालों में से हूं
प्रशांत किशोर ने कहा कि जिस तरह से आम लोगों का सहयोग मिल रहा है, यह जीत का संकेत है। मैं हारने वालों में से नहीं बल्कि जीतने वालों में से हूं। मेरी पार्टी की लड़ाई 20 वर्ष और 30 वर्ष की पुरानी पार्टी से है। अभी तो मेरी पार्टी महज दो माह पुरानी है जो कि विश्वास के साथ जुड़ा है। अभी मेरे साथ मुजफ्फरपुर जिले में 80 हजार से अधिक कार्यकर्ता हैं, जिसको कोई धन से बंदूक से तोड़ नहीं सकता है। हमारी विचार धारा बिहार के विकास के लिए पूरी तरह से संकल्पित है और अंत तक लड़ाई लड़ते हुए रहेंगे।
हमने ही भाजपा को कोलकाता में उल्टा लटकाया था, भूल गये हैं क्या ?
भाजपा के मंत्री मंगल पांडे ने प्रशांत किशोर को डाटा इकट्ठा करने वाला बताया था। उस बयान पर पलटवार करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि राजनीति में ऐसे लोग आते जाते रहते हैं और वह कभी नेता नहीं बन सकते हैं। प्रशांत किशोर ने कहा कि मंगल पांडे मुझे हल्के में ले कर बैठे हुए हैं। उन्होंने कहा कि जो बंगाल के प्रभारी बने हुए हैं वो यह भूल गए हैं कि बंगाल में ही हमने भाजपा को उल्टा लटकाने का काम किया था, वो भूल गए हैं क्या?
वक्फ बोर्ड पर क्यों चुप्पी साधे हैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
जदयू नेता राजीव रंजन उर्फ़ ललन सिंह के द्वारा मुस्लिम पर दिए गए बयान को लेकर प्रशांत किशोर ने कहा कि यह लोग एक सिक्के के दो पहलू हैं। मुस्लिम समुदाय के हितैषी होने का दावा करते हैं। यूपी के संभल दंगे पर भाजपा के खिलाफ में बोलने से बचते हैं। यही लोग जब मुस्लिम समुदाय के कानून और वक्फ बोर्ड कानून केंद्र में लाए जाने की बात आती है तो न तो कोई जदयू का नेता बोलता है और न ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार। प्रशांत किशोर ने कहा कि ये जिसके साथ गठबंधन करके बैठे हुए हैं, उसके खिलाफ बोलने से बचते हैं।