Bihar: ढाई साल बाद जिंदा हुआ मृत घोषित शख्स, पत्नी की हत्या की सजा से बचने के लिए ऐसा किया; पढ़िए पूरी खबर
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
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बेतिया मे हैरान कर देने वाली एक घटना सामने है। जो सबको हैरान करके रख दिया है। बताया जाता है की पत्नी की हत्या कर अपने आप को मृत घोषित कर दिया था। जिससे पुलिस की एसआईटी टीम ने उक्त युवक को गिरफ्तार किया है। घटना जिले के साठी थाना क्षेत्र के धोबनी गांव की है। वही गिरफ्तार युवक की पहचान साठी थाना क्षेत्र के धोबनी गांव निवासी गामा मुखिया के रूप में की गई है। एसडीपीओ जयप्रकाश सिंह ने बताया कि सात जनवरी 2022 को शिकारपुर थाना क्षेत्र के शिकारपुर गांव निवासी तेतरी देवी ने साठी थाना में एफआईआर दर्ज कराई।
विवाहिता की मां ने एफआईआर दर्ज कराई
इसमें आरोप लगाया कि वह अपनी बेटी की शादी 2020 में साठी के धोबनी गांव निवासी गामा मुखिया से की। शादी के बाद दहेज में बाइक के लिए उसकी बेटी के साथ काफी मारपीट की। इसको लेकर पंचायती की गई। 2022 में गामा मुखिया घर आया और अपनी पत्नी को बुलाकर ससुराल लेकर चला गया। ससुराल ले जाकर उसकी हत्या कर लाश को ठिकाने लगा दिया। मामले में विवाहिता की मां ने एफआईआर दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि जब पुलिस मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी में जुटी तो आरोपी गामा के पिता कैलाश मुखिया ने कोर्ट परिवाद दायर कर झूठा एफआईआर दर्ज कर दिया। इसमें आरोप लगाया कि उसके पुत्र गामा मुखिया जब अपना ससुराल शिकारपुर गया तो वापस ही नहीं लौटा। ससुराल वाले उसकी हत्या कर कहीं खपा दिए। इसके बाद पुलिस दोनों की हत्या मामले में उलझ कर रह गई।
पिता ने अपने बेटे को कहीं छिपा दिया था
एसडीपीओ ने बताया कि इधर जब पुलिस को जानकारी लगी कि गामा को उसके पिता ने कहीं छुपा दिया है। उसके बाद से पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी। इससे गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है। हालांकि इसकी तलाश में पुलिस को 2 साल से उपर का समय लग गया। पुलिस की एसआईटी टीम में शामिल एसडीपीओ जयप्रकाश सिंह, साठी थानाध्यक्ष धीरज कुमार, एसआई चंद्रशेखर कुमार, बिट्टू कुमारी के आदि ने गामा मुखिया को उसके घर से गिरफ्तार किया है। वही मामले में विवाहिता की मां ने उसके पति गामा मुखिया, ससुर कैलाश मुखिया समेत घर वालों को आरोपित किया।