Jesus Christ Quotes in Hindi: धर्म का मकसद आत्मा को जागृत करना है, प्रभु ईसा मसीह के जानें 10 अ
Jesus Christ Quotes: ईसा मसीह ने लोगों को सत्य पर चलने की सीख दी और कहा कि वे कभी भी अपने मार्ग से भटके नहीं. आने वाले 25 दिसंबर को ईसाई धर्म का सबसे खास त्योहार क्रिसमस बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा. प्रभु यीशु ने हमेशा लोगों को दया भाव और अहिंसा पर चलने के लिए प्रेरित किया. आइए जानते हैं इनके 10 अनमोल विचार (Motivational Quotes in Hindi)-
ईसा मसीह के दस अनमोल विचार कौन से है
- ईश्वर में विश्वास रखना– ईसा मसीह ने कहा है कि इस दुनिया में ईश्वर सबसे बड़ा है जिसके सामने हर व्यक्ति को झुकना चाहिए और विश्वास भी करना चाहिए. इस संसार में कई ऐसे काम है जो बस मनुष्य ही कर सकता है लेकिन इसके लिए उसको ईश्वर में विश्वास रखना होगा तभी उसके सारे काम सफल हो सकेंगे.
- प्रेम और करुणा के साथ जीवन जीना– ईसा मसीह ने बताया कि व्यक्ति को अपने दोस्तों, रिश्तेदारों के साथ बहुत प्रेम और करुणा के साथ जीवन जीना चाहिए. प्रेम के बिना व्यक्ति का कोई भी रिशता सफल नहीं हो सकता. इसलिए व्यक्ति को सभी रिशतेदारों के साथ भी उसी तरह का व्यवहार करना चाहिए जैसे वह अपने परिवार के साथ करता है. क्रोध-माया, जो सारे सफल काम को असफल बना देती है, इसलिए इससे बचना चाहिए.
- सत्य को महत्व देना– व्यक्ति को हमेशा जीवन में सत्य के साथ ही जीना चाहिए तथा इसको जीवन के सबसे महत्वपूर्ण स्थान पर रखना चाहिए. सत्य वचन व्यक्ति में ऊर्जा का संचार करते है और उसे नकारात्मक के प्रभाव से बचाते है. अगर कोई व्यक्ति जीवन में सत्य के साथ चलता है तो तब उसे कई दुप्रभाव से बचाया जा सकता है.
- क्षमा ही शक्ति है – ईसा मसीह ने किसी व्यक्ति द्वारा किसी ओर को क्षमा करने को दुनिया का सबसे बड़ा धर्म माना है. उन्होंने कहा गलती करने वाले से ज्यादा बड़ा वह होता है जो उसे क्षमा करता है. क्षमा करना दुनिया का सबसे महत्वपूर्ण काम है और इससे कई बार उसके शत्रु का मन भी पिगल जाता है.
- शक्ति ही जीवन का सार है – शक्ति जीवन का वह आधार है जो कभी किसी व्यक्ति के अंदर से मिटता नहीं है. लेकिन इसके लिए अपनी दुर्बलता को मात देना या खत्म करना आवशयक है इसके साथ-साथ मानव के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति को भी महत्वपूर्ण हिस्सा बताया गया है. ताकतवर शख्सियत कभी दुनिया के सामने झुकता नहीं है और हमेशा अलग ही पहचान के साथ सामने आता है.
- मनुष्य खुद भाग्य का निर्माता है- व्यक्ति को अगर अपने ऊपर आत्मविश्वास और आत्मनियंत्रण है तो वह किसी भी परिस्थिति में कठिन से कठिन काम बड़ी आसानी से कर सकता है. वह अपने भाग्य का खुद निर्माता है चाहे वह अच्छा हो या बुरा.
- असफलता ही सफलता की ओर पहला कदम है – हर व्यक्ति जीवन में असफल होता है लेकिन उसे इससे घबराना नहीं चाहिए क्योंकि यही उसके सफलता की ओर पहला कदम है . दुनिया का हर व्यक्ति किसी भी नए काम की जब शुरुआत करता है तो उसे असफलता जरुर मिलती है उसके बाद अगर वह इससे सिखते हुए आगे बढ़ता रहेगा तो उसे जीवन में एक दिन सफलता जरुर मिलेगी.
- सेवा और समर्पण के साथ जीवन जीना- ईसा मसीह के अनुसार , व्यक्ति का परम कर्तव्य इस दुनिया में आने और जन्म लेना का यह है कि वह दूसरों की सेवा करें चाहे वह गरीब व्यक्ति हो पशु- पक्षी हो पेड़ पौधे आदि. आज प्रकृति को सेवा की जरुरत है जैसे- पहाड़, नदी, समुद्र , घास के मैदान आदि. इसलिए सेवा सबसे जरुरी है.
- सभी धर्मों का आदर करना- धर्म का मुख्य उद्देश्य आत्मा को जागृत करना है और आपस में प्यार की भावना रखना है. सभी धर्म यहीं सीख देते है कि दूसरों को अपना दुशमन ना समझे.
- खुद को कमजोर ना समझना- ईसा मसीह ने व्यक्ति को स्वयं की शक्तियों को पहचानने और खुद पर विश्वास रखने का संदेश दिया है. उन्होंने बोला कि इंसान एक अनंत आत्मा है, जिसको कभी हराया नहीं जा सकता. कमजोर व्यक्ति को हमेशा सभी परिस्थितियों में मदद का भाव रहता है जिसकी वजह से वह अपनी शक्तियों को पहचान ही नहीं पाता.
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