Maharashtra: ‘विधानसभा चुनाव में नहीं होने देंगे वोट जिहाद’, जानिए विधायक नितेश राणे ने क्यों कही ये बात
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024: नितेश राणे
– फोटो : एएनआई (फाइल)
विस्तार
महाराष्ट्र में भाजपा विधायक नितेश राणे ने कहा है कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि विधानसभा चुनाव में वोट जिहाद न होने पाए। नफरती भाषण के मामलों में अपने खिलाफ दर्ज मामलों को लेकर नितेश राणे ने कहा कि उन्हें इसका कोई डर नहीं है। एक इंटरव्यू में भाजपा विधायक ने कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और सिर्फ अपने धर्म और समुदाय का पक्ष लिया है। उल्लेखनीय है कि बीते दिनों नफरती भाषण देने के मामलों में पुलिस ने नितेश राणे के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं।
नफरती भाषणों के मामले में केस दर्ज होने पर क्या बोले नितेश राणे
नितेश राणे ने कहा कि ‘मेरे जन्म प्रमाण पत्र और मरने के बाद मेरे मृत्यु प्रमाण पत्र पर मुझे हिंदू लिखा जाएगा। अगर अपने धर्म और समुदाय का पक्ष लेने के लिए मुझ पर घृणा अपराध के आरोप लगाए जा रहे हैं तो मुझे नहीं लगता कि इसमें कुछ भी गलत है। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है।’ भाजपा विधायक और सिंधुदुर्ग जिले की कांकावली सीट से पार्टी के उम्मीदवार नितेश राणे ने कहा कि लोकसभा चुनाव में वोट जिहाद हुआ था। उन्होंने कहा कि हम ये सुनिश्चित करेंगे कि विधानसभा चुनाव में ऐसा न होने पाए।
‘शरिया कानून के हिसाब से काम कर रहे’
राणे ने कहा कि ‘एक तरफ जिहादी मानसिकता वाले लोग, रोहिंग्या और बांग्लादेशी संविधान का पालन करने का दावा करते हैं, लेकिन दूसरी तरफ वे शरिया कानून के हिसाब से सारे काम करते हैं। अगर आप हिंदू-मुस्लिम के बीच शांति को बढ़ावा देना चाहते हैं। अगर आपको लगता है कि हिंदुओं और मुसलमानों के लिए कानून समान होना चाहिए तो फिर आप लव जिहाद, वोट जिहाद और लैंड जिहाद क्यों कर रहे हैं? आप एक भारतीय की तरह क्यों नहीं लड़ सकते या वोट कर सकते? क्यों आपको अपने समुदाय को यह बोलने की जरूरत है कि वे मोदी सरकार के खिलाफ वोट करें?’ भाजपा नेताओं द्वारा वोट जिहाद शब्द का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के खिलाफ बड़ी संख्या में वोट किया था।
नितेश राणे ने सवाल उठाते हुए कहा कि एक तरफ आप सरकार के खिलाफ वोट करते हैं, लेकिन दूसरी तरफ आप सारी केंद्रीय योजनाओं का फायदा भी लेते हैं। नितेश राणे के खिलाफ नफरती भाषण के मामले में छह एफआईआर दर्ज हुई हैं।