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Sunil Pal And Mushtaq Case
– फोटो : अमर उजाला
फिल्म अभिनेताओं का अपहरण कर फिरौती वसूलने वाले गिरोह का सरगना लवी उर्फ सुशांत ऐश ओ आराम की जिंदगी जीने का आदी रहा है। लोगों को ब्याज पर पैसा देने के साथ-साथ फिरौती वसूलने के काले कारोबार में कूद पड़ा। जिसने महंगी शराब और घुमक्कड़ी में खूब पैसा बहाया। खासकर वारदातों को अंजाम देकर गोवा घूमने की चर्चा भी लोगों में बनी हुई है। फिलहाल पुलिस उसके पीछे पड़ी और उत्तराखंड से दिल्ली तक दबिश दी जा रही है।
सोमवार को सीओ सिटी संग्राम सिंह की अगुवाई में कई थानों की पुलिस फोर्स ने मुश्ताक खान अपहरण कांड में फरार चल रहे लवी पाल उर्फ सुशांत समेत पांचों आरोपियों का पकड़ने के लिए दबिश दी।
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लवी पाल
– फोटो : अमर उजाला
बता दें कि बिजनौर का गिरोह पिछले कई महीने से फिल्म कलाकारों का अपहरण करते हुए फिरौती वसूल रहा था। हालांकि फिल्म अभिनेता मुश्ताक खान और सुनील पाल का अपहरण करके फिरौती वसूलने वाले गैंग का खुलासा हो चुका है।
पूर्व सभासद सार्थक चौधरी उर्फ रिक्की पुत्र राजीव कुमार निवासी मोहल्ला जाटान, सबीउद्दीन उर्फ सैबी पुत्र सलीमुद्दीन निवासी मोहल्ला आचारजान बिजनौर, अजीम पुत्र नसीम निवासी मोहल्ला कस्साबान बिजनौर और शशांक पुत्र सपेंद्र कुमार निवासी बी 162 जनकपुरी थाना साहिबाबाद गाजियाबाद को गिरफ्तार करके हुए जेल भेजा जा चुका है।
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अर्जुन कर्णवाल और सार्थक।
– फोटो : अमर उजाला
उधर, अर्जुन कर्णवाल निवासी बुल्ला का चौराहा बिजनौर को मेरठ पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है। इस मामले में मुख्य आरोपी लवी उर्फ सुशांत उर्फ हिमांशु निवासी नई बस्ती बिजनौर, आकाश उर्फ गोला उर्फ दीपेंद्र पुत्र आसाराम निवासी बिजनौर, शिवा पुत्र स्वर्गीय लेखराज निवासी चमरपेड़ा नई बस्ती बिजनौर, अंकित उर्फ पहाड़ी पुत्र रवि खन्ना निवासी शंभा बाजार बिजनौर और आरोपी लवी का मौसेरा भाई शुभम फरार है।
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पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
– फोटो : अमर उजाला
एसपी अभिषेक झा ने बताया कि जिन जगहों पर भी आरोपियों के होने की संभावना है, उन सभी जगहों पर दबिश दी जा रही है। उत्तराखंड और दिल्ली भी टीमों को भेजा गया है।
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Mushtaq Khan
– फोटो : instagram
अपहरण के लिए पांच हजार में खरीदा था सिम
फिल्म अभिनेताओं के अपहरण और फिरौती वसूली कांड के तार अब राजा का ताजपुर क्षेत्र से भी जुड़ रहे हैं। दरअसल अभिनेताओं को जिस नंबर से कॉल की जाती थी, वह सिम फर्जी आईडी पर लिया गया। जोकि पांच हजार रुपये में गिरोह के सरगना लवी पाल ने खरीदा था। सिम बेचने वाला फिलहाल मेरठ पुलिस की हिरासत में है।