जूठे बर्तन साफ करेंगे सुखबीर बादल: राम रहीम को माफी देने की भूल मानी, पांच सिंह साहिबानों ने सुनाया फैसला
श्री अकाल तख्त साहिब पर पहुंचे सुखबीर बादल
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तनखाहिया घोषित किए गए अकाली दल के पूर्व अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को श्री अकाल तख्त साहिब कुछ ही देर में धार्मिक सजा सुनाई गई है। पांच तख्तों के जत्थेदारों की बैठक श्री अकाल तख्त साहिब पर शुरू हो गई है। सुखबीर बादल बैठक में पहुंच चुके हैं। उन्होंने अपनी गलतियां कबूल कर ली हैं। सुखबीर समेत 17 पूर्व अकाली मंत्रियों, एसजीपीसी कार्यकारिणी के पूर्व सदस्यों को भी धार्मिक सजा सुनाई जाएगी। सुखबीर बादल को जूठे बर्तन साफ करने की सजा सुनाई गई है। इसके अलावा उन्हें श्री दरबार साहिब के बाहर बरछा लेकर बैठना होगा। उन्हें गले में तख्ती पहननी पड़ेगी।
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को श्री अकाल तक साहब की ओर से धार्मिक सजा सुनाई गई है। इसके अलावा अकाली दल के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को अकल तख्त की ओर से दिए गए फख्र कौम के किताब को भी वापस ले लिया गया है। पांच साहिबानों की बैठक के बाद ज्ञानी रघुवीर सिंह ने आदेश दिया कि सुखबीर बादल जूठे बर्तन साफ करेंगे। वह घंटाघर के पास व्हीलचेयर पर भाला लेकर ड्यूटी देंगे और कीर्तन सुनने आदि की धार्मिक सजा सुनाई गई है। अकाल तख्त साहिब के आदेशों के अनुसार राम रहीम को माफी के समय अखबारों में दिए गए विज्ञापनों की राशि ब्याज समेत एसजीपीसी के खाते में जमा करवाने के आदेश दिए गए हैं। श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों के अनुसार अब शिरोमणि अकाली दल के पद अधिकारियों का चुनाव संविधान के अनुसार होगा। दिए गए त्यागपत्रों को स्वीकार किया जाएगा और नामी नियुक्तियां संविधान व लोकतांत्रिक ढंग से की जाएगी।
सिख संगठनों की मांग- नर्म सजा न मिले
सभी ग्रुपों को अकाल तख्त साहिब की अगुआई में अकाली दल का पुनर्गठन करने का भी आह्वान किया जा सकता है। वहीं अलग-अलग सिख संगठनों ने श्री अकाल तख्त साहिब सचिवालय में गत दिवस दिए गए मांग पत्रों में सिंह साहिबान से अपील की है कि सुखबीर प्रकरण पंथ का गंभीर व सबसे बड़ा मामला है। इस प्रकरण में किसी भी दोषी को कम या नर्म धार्मिक सजा नहीं मिलनी चाहिए। यह मामला पंथ के भविष्य व श्री गुरु ग्रंथ साहिब की गरिमा के साथ जुड़ा है। धार्मिक सजा ऐसी होनी चाहिए कि कोई भी सिख संगठन व उसका नेता भविष्य में कभी इस इस तरह की गलती करने की हिम्मत न करे। दर्जनों संगठनों ने सुखबीर बादल को कड़ी सजा देने की मांग की है।